March 29, 2025

India Post Payments Bank अलर्ट: PAN कार्ड अपडेट न करने पर खाता बंद? जानिए सच्चाई!

India Post Payments Bank (IPPB) देशभर में लाखों लोगों के लिए एक भरोसेमंद डिजिटल बैंकिंग सेवा प्रदान करता है। सरकार समर्थित इस बैंक का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराना है। हालांकि, डिजिटल बैंकिंग की बढ़ती लोकप्रियता के साथ ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराध भी बढ़ रहे हैं। हाल ही में, IPPB ग्राहकों को पैन कार्ड अपडेट करने के नाम पर धोखाधड़ी वाले मैसेज भेजे जा रहे हैं। इन फर्जी संदेशों में दावा किया जाता है कि यदि ग्राहक तुरंत अपने PAN कार्ड की जानकारी अपडेट नहीं करते, तो उनका खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा।

सरकार की प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) फैक्ट चेक टीम ने इस तरह के संदेशों को फर्जी करार दिया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इसके बावजूद, कई लोग इन धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं और अपने बैंक खातों से पैसे गवां रहे हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि यह फिशिंग स्कैम कैसे काम करता है, इसे पहचानने के आसान तरीके क्या हैं, और अपने IPPB खाते को सुरक्षित रखने के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए

India Post Payments Bank (IPPB) क्या है?

भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया India Post Payments Bank (IPPB) एक विशेष प्रकार का बैंक है, जिसका उद्देश्य देश के हर नागरिक तक डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं पहुँचाना है। यह भारतीय डाक विभाग के अंतर्गत कार्य करता है और विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है।

IPPB की प्रमुख सेवाएं

  1. बेसिक बैंकिंग सुविधाएं – खाता खोलना, धन हस्तांतरण, जमा और निकासी सेवाएं।
  2. डिजिटल लेनदेन – मोबाइल बैंकिंग, यूपीआई और ऑनलाइन भुगतान।
  3. डाक नेटवर्क का लाभ – भारत के हर कोने तक बैंकिंग सेवाएं पहुँचाना।
  4. सरकारी योजनाओं से लिंक – प्रधानमंत्री जनधन योजना, पेंशन योजनाएँ और DBT (Direct Benefit Transfer)।

IPPB पर साइबर धोखाधड़ी क्यों बढ़ रही है?

  • बड़े ग्राहक आधार – IPPB के लाखों ग्राहक हैं, जिनमें डिजिटल बैंकिंग के लिए नए लोग भी शामिल हैं।
  • सरकारी बैंक की छवि – लोगों को लगता है कि सभी संदेश सरकारी होते हैं, जिससे वे आसानी से फंस जाते हैं।
  • ऑनलाइन फ्रॉड का बढ़ता खतरा – साइबर अपराधी नई-नई तरकीबें अपनाकर भोले-भाले ग्राहकों को ठग रहे हैं।

SBI reward points scam के तहत भी ठग भोले-भाले ग्राहकों को आकर्षित करते हैं, जैसे IPPB के फिशिंग स्कैम में होता है।

आज के डिजिटल युग में, बैंकिंग फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है। खासकर, सरकारी बैंकों और भुगतान सेवाओं को निशाना बनाया जा रहा है। इसलिए, IPPB ग्राहकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध संदेश पर विश्वास न करने की जरूरत है

IPPB ग्राहकों को निशाना बनाने वाला PAN कार्ड फिशिंग स्कैम

डिजिटल बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के साथ ही साइबर अपराधियों ने India Post Payments Bank (IPPB) ग्राहकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हाल ही में, एक नया फिशिंग स्कैम सामने आया है, जिसमें ग्राहकों को फर्जी PAN कार्ड अपडेट करने के लिए मजबूर किया जा रहा है

कैसे काम करता है यह स्कैम?

इस फिशिंग स्कैम में जालसाज IPPB ग्राहकों को एक फर्जी SMS, ईमेल, या व्हाट्सएप संदेश भेजते हैं, जिसमें लिखा होता है कि:

“प्रिय ग्राहक, आपके IPPB खाते को सक्रिय रखने के लिए तुरंत अपना PAN कार्ड अपडेट करें। यदि 24 घंटे के भीतर ऐसा नहीं किया गया, तो आपका खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा। PAN अपडेट करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: [malicious link]”

यह संदेश पूरी तरह से फर्जी होता है, लेकिन कई लोग इसे असली मानकर दिए गए लिंक पर क्लिक कर देते हैं।

PMEGP लोन धोखाधड़ी के मामले में भी कई ठग इस तरह के फिशिंग मैसेज भेजते हैं, जैसा कि IPPB के स्कैम में हो रहा है।

फिशिंग Link पर क्लिक करने के बाद:

  1. फर्जी वेबसाइट खुलती है, जो दिखने में IPPB की आधिकारिक वेबसाइट जैसी होती है।
  2. ग्राहक से PAN कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल, और OTP जैसी संवेदनशील जानकारी मांगी जाती है
  3. जैसे ही ग्राहक यह जानकारी भरते हैं, साइबर अपराधी इसे चुरा लेते हैं और खाते से पैसे निकाल सकते हैं

सरकार ने इस पर क्या कदम उठाए हैं?

सरकार की Press Information Bureau (PIB) फैक्ट चेक टीम ने इस स्कैम को उजागर करते हुए बताया कि:

“Claim: IPPB खाता 24 घंटे में ब्लॉक हो जाएगा यदि PAN अपडेट नहीं किया गया। #PIBFactCheck: यह दावा #Fake है। IPPB ऐसी कोई मांग नहीं करता।”

PIB ने यह भी बताया कि IPPB या कोई अन्य बैंक कभी भी ग्राहकों से कॉल या SMS के जरिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता।

फिशिंग Scam से बचने के आसान तरीके

आज के समय में डिजिटल फ्रॉड से बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है। यदि आप IPPB ग्राहक हैं, तो इन बेसिक सिक्योरिटी टिप्स को अपनाकर खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।

फर्जी संदेशों की पहचान कैसे करें?

  • संदेश में भाषा की गलतियाँ होती हैं – सरकारी और बैंकिंग संस्थानों के आधिकारिक संदेश व्याकरण की दृष्टि से सही होते हैं, जबकि फर्जी संदेशों में अक्सर स्पेलिंग या ग्रामर की गलतियाँ पाई जाती हैं।
  • संदिग्ध लिंक दिए जाते हैं – किसी भी अनजान लिंक (जैसे, bit.ly, tinyurl, या अजीब URL वाले लिंक) पर क्लिक न करें।
  • अचानक खाता ब्लॉक करने की धमकी – बैंक कभी भी PAN अपडेट न करने पर खाता बंद नहीं करता।

सुरक्षित रहने के लिए क्या करें?

  • संदिग्ध संदेशों को नज़रअंदाज़ करें और सीधे IPPB की आधिकारिक वेबसाइट ippbonline पर जाकर जानकारी लें।
  • बैंक से सीधे संपर्क करें – यदि आपको कोई संदेह है, तो IPPB के टोल-फ्री नंबर या शाखा में जाकर सत्यापन करें।
  • किसी के साथ OTP साझा न करें – बैंक कभी भी फोन कॉल या SMS के माध्यम से OTP या पासवर्ड नहीं मांगता।
  • मोबाइल और ईमेल अलर्ट्स चालू रखें – इससे आपको खाते में किसी भी अनधिकृत गतिविधि की तुरंत जानकारी मिलेगी।
  • साइबर अपराध रिपोर्ट करें – अगर आप किसी स्कैम का शिकार होते हैं, तो तुरंत cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।

ब्लैक इंक बैन ऑन चेक्स” के बारे में जागरूकता भी बैंकिंग धोखाधड़ी से संबंधित है, क्योंकि ऐसे मामलों में भी ठगी होती है।

IPPB खाते को सुरक्षित रखने के लिए ज़रूरी कदम

अब जब आप समझ चुके हैं कि IPPB ग्राहकों को किस तरह निशाना बनाया जा रहा है, तो यह जानना ज़रूरी है कि अपने खाते को सुरक्षित कैसे रखा जाए। साइबर अपराधियों से बचने के लिए कुछ आसान लेकिन प्रभावी उपाय अपनाने चाहिए।

पासवर्ड और सिक्योरिटी सेटिंग्स मजबूत करें

  • मजबूत पासवर्ड चुनें – पासवर्ड में अक्षर, अंक और विशेष चिह्न (@, #, $) का प्रयोग करें।
  • OTP और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें – इससे अतिरिक्त सुरक्षा मिलेगी।
  • बैंकिंग ऐप और ऑनलाइन बैंकिंग के लिए अलग पासवर्ड बनाएं

अनधिकृत लेन-देन पर नज़र रखें

  • अकाउंट स्टेटमेंट और बैंकिंग नोटिफिकेशन को नियमित रूप से चेक करें।
  • अगर कोई संदिग्ध लेन-देन दिखे तो तुरंत बैंक को सूचित करें।

फ़िशिंग और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव करें

  • कभी भी अपना OTP, पासवर्ड, या PIN किसी के साथ साझा न करें।
  • IPPB की आधिकारिक वेबसाइट (www.ippbonline.com) से ही लॉग इन करें, किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
  • साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर रिपोर्ट करें, अगर किसी धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं

सोशल मीडिया अपडेट और सरकार की चेतावनियाँ

भारत सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियां लगातार IPPB ग्राहकों को फिशिंग स्कैम के बारे में सतर्क कर रही हैंPIB फैक्ट चेक टीम और IPPB के आधिकारिक ट्विटर हैंडल समय-समय पर इन फ्रॉड्स को लेकर चेतावनी जारी करते हैं।

PIB द्वारा जारी चेतावनी

  • “Claim: IPPB अकाउंट ब्लॉक होने से बचाने के लिए PAN अपडेट करना अनिवार्य है। #PIBFactCheck: यह दावा #Fake है। IPPB ऐसी कोई मांग नहीं करता।”

IPPB का आधिकारिक बयान

  • “IPPB ग्राहकों से अनुरोध है कि वे केवल हमारी आधिकारिक वेबसाइट और ऐप से ही जानकारी प्राप्त करें। किसी भी अनजान लिंक या कॉल पर विश्वास न करें।”
  • सोशल मीडिया पर साइबर फ्रॉड अपडेट्स के लिए PIB Fact Check (@PIBFactCheck) और IPPB (@IPPBOnline) को फॉलो करें।

निष्कर्ष

डिजिटल बैंकिंग की बढ़ती सुविधाओं के साथ ऑनलाइन फ्रॉड भी बढ़ रहे हैं। IPPB ग्राहकों को पैन कार्ड अपडेट के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन सतर्कता से इस तरह के धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।

अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज मिले, तो उस पर तुरंत प्रतिक्रिया देने की बजाय पहले उसकी सच्चाई जांचें।

कभी भी बैंकिंग डिटेल्स किसी के साथ साझा न करें और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
अगर आपको कोई फर्जी कॉल या मैसेज मिले, तो उसे साइबर क्राइम पोर्टल या PIB को रिपोर्ट करें।क्या आपको भी कभी ऐसा कोई संदेश मिला है? अपने अनुभव और राय हमें कमेंट में बताएं!

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Radha Kuruvilla

Radha Kuruvilla brings 6 years of experience as a seasoned writer specializing in government jobs, education updates, and official announcements. At Sevakendra, she excels in analyzing government schemes, uncovering their benefits, drawbacks, and presenting actionable insights for readers. Radha’s expertise lies in breaking down complex policies into relatable, easy-to-understand content while ensuring her work is always rooted in accurate data and facts. With a sharp eye for research, analysis, and real-time updates, Radha also covers socially impactful viral stories that spark public interest or raise awareness. From decoding statistics to trending narratives, she blends factual depth with engaging storytelling. Radha is committed to maintaining the highest standards of journalism by delivering content in Hindi and Hinglish to connect with a diverse reader base. Her passion for research, combined with her knack for detail, ensures that Sevakendra continues to be a trusted platform for accurate and meaningful news.

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