March 26, 2025

IRCTC Booking Rules बदले! अब नहीं मिलेगा 4 महीने पहले टिकट – जानें नया टाइम फ्रेम

भारतीय रेलवे लाखों यात्रियों की यात्रा का मुख्य साधन है और इसे अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए समय-समय पर नियमों में बदलाव किए जाते हैं। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) द्वारा ट्रेन टिकट बुकिंग के नियमों में कुछ नए बदलाव किए गए हैं, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिल सकें।

इन परिवर्तनों का मुख्य उद्देश्य टिकट बुकिंग प्रक्रिया को सरल बनाना, वेटिंग लिस्ट के प्रबंधन में सुधार करना और Tatkal टिकट बुकिंग को अधिक पारदर्शी बनाना है। इसके अलावा, रद्दीकरण और धनवापसी (refund) से संबंधित नियमों में भी कुछ संशोधन किए गए हैं।

अगर आप ट्रेन से यात्रा करते हैं या भविष्य में IRCTC से टिकट बुक करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको इन नए नियमों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस लेख में हम नए IRCTC बुकिंग नियमों की पूरी जानकारी विस्तार से देंगे।

IRCTC बुकिंग नियमों में हालिया बदलाव

IRCTC ने हाल ही में टिकट बुकिंग से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब यात्री पहले की तुलना में अधिक सुविधा के साथ टिकट बुक कर सकते हैं। नीचे दिए गए बिंदुओं में मुख्य बदलावों की जानकारी दी गई है:

एडवांस टिकट बुकिंग के नए नियम:

  • पहले यात्री 120 दिन पहले तक अग्रिम टिकट बुक कर सकते थे, लेकिन अब यह सीमा 60 दिन कर दी गई है।

  • Tatkal टिकट की बुकिंग के लिए समयसीमा वही रहेगी, यानी AC क्लास के लिए सुबह 10 बजे और स्लीपर क्लास के लिए 11 बजे से बुकिंग शुरू होगी

Tatkal और प्रीमियम Tatkal बुकिंग के नियम:

  • Tatkal टिकट की बुकिंग में किसी भी प्रकार का संशोधन (modification) अब संभव नहीं होगा।

  • प्रीमियम Tatkal में पहले की तरह डायनेमिक किराया प्रणाली लागू रहेगी, यानी मांग के अनुसार किराया बढ़ या घट सकता है।

वेटिंग लिस्ट और RAC के नियम:

  • अब वेटिंग लिस्ट की सीमा पहले से कम कर दी गई है। इसका मतलब है कि अधिकतम वेटिंग लिस्ट सीमा पार करने के बाद टिकट जारी नहीं किया जाएगा।

  • RAC टिकट धारकों को कन्फर्म सीट मिलने की संभावना पहले से बेहतर कर दी गई है।

Times of India के अनुसार, नए एडवांस बुकिंग नियमों के तहत अब यात्री केवल 60 दिन पहले तक ही टिकट बुक कर सकेंगे।”

टिकट कैंसलेशन और रिफंड पॉलिसी

IRCTC ने टिकट रद्दीकरण (cancellation) और रिफंड पॉलिसी में भी कुछ बदलाव किए हैं। इससे टिकट रद्द करने और पैसा वापस पाने की प्रक्रिया अधिक स्पष्ट हो गई है।

Tatkal टिकट रद्दीकरण के नियम:

  • यदि कोई यात्री Tatkal टिकट बुक करता है और उसे रद्द करता है, तो उसे कोई रिफंड नहीं मिलेगा

  • प्रीमियम Tatkal टिकट भी नॉन-रिफंडेबल होंगे।

सामान्य टिकट रद्दीकरण और धनवापसी:

  • यदि कोई यात्री चार घंटे पहले तक टिकट रद्द करता है, तो उसे 50% तक का रिफंड मिल सकता है

  • ट्रेन छूटने के बाद टिकट रद्द करने पर कोई धनवापसी नहीं मिलेगी।

  • कन्फर्म टिकट के लिए, ट्रेन के छूटने से पहले रद्दीकरण की समयसीमा कम कर दी गई है।

वेटिंग लिस्ट और RAC टिकट का रिफंड:

  • यदि किसी यात्री का टिकट वेटिंग लिस्ट में रह जाता है और कन्फर्म नहीं होता, तो उसे पूरा पैसा वापस मिलेगा

  • RAC टिकट धारकों को ट्रेन छूटने से पहले टिकट रद्द करने पर छोटा सा कटौती शुल्क चुकाना होगा।

IRCTC द्वारा लागू किए गए ये बदलाव यात्रियों को अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक अनुभव देने के लिए किए गए हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे टिकट बुकिंग से पहले सभी नए नियमों को ध्यान से पढ़ लें ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके।

ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग नियम

IRCTC Booking Rules
IRCTC Booking Rules

IRCTC ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से टिकट बुकिंग के नियमों में सुधार किए हैं। अब यात्री विभिन्न तरीकों से आसानी से टिकट बुक कर सकते हैं, लेकिन कुछ नए नियम लागू किए गए हैं।

ऑनलाइन बुकिंग (IRCTC वेबसाइट और ऐप के माध्यम से)

  • अब एक यूजर आईडी से प्रति माह अधिकतम 12 टिकट ही बुक किए जा सकते हैं।

  • यदि कोई यात्री आधार कार्ड से अपनी प्रोफ़ाइल को वेरीफाई करता है, तो उसे अधिकतम 24 टिकट बुक करने की अनुमति मिलेगी।

  • बुकिंग के दौरान OTP (वन-टाइम पासवर्ड) सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे धोखाधड़ी को रोका जा सके।

  • पेमेंट मोड के रूप में UPI, नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड और e-Wallets का उपयोग किया जा सकता है।

ऑफलाइन बुकिंग (PRS काउंटर के माध्यम से)

  • रेलवे के पीआरएस (Passenger Reservation System) काउंटर से टिकट बुकिंग के नियमों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।

  • यात्री केवल पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि) दिखाकर टिकट बुक कर सकते हैं।

  • ग्रुप बुकिंग के लिए अतिरिक्त दस्तावेजों की आवश्यकता होगी और यह केवल विशेष काउंटरों पर ही संभव होगी।

ई-टिकट और पेपर टिकट में अंतर

  • ई-टिकट को डिजिटल रूप में रखा जा सकता है और इसका प्रिंट लेना अनिवार्य नहीं है।

  • पेपर टिकट पीआरएस काउंटर से लिया जाता है और यात्रा के दौरान इसे साथ रखना जरूरी होता है।

वरिष्ठ नागरिक, महिलाओं और विशेष कोटा

रेलवे ने विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों के लिए विशेष कोटा बनाए हैं, ताकि वे आरामदायक यात्रा कर सकें। इन नियमों में भी कुछ बदलाव किए गए हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए नए नियम

  • वरिष्ठ नागरिकों को अब छूट केवल SL (स्लीपर) और 3AC क्लास में ही मिलेगी।

  • महिलाओं के लिए न्यूनतम आयु 58 वर्ष और पुरुषों के लिए 60 वर्ष निर्धारित की गई है ताकि वे रियायत प्राप्त कर सकें।

  • अब यह छूट केवल ऑफलाइन बुकिंग के दौरान ही लागू होगी। ऑनलाइन बुकिंग में कोई छूट नहीं मिलेगी।

महिलाओं के लिए विशेष कोटा

  • ट्रेन के लगभग छह से आठ सीटें महिला यात्रियों के लिए आरक्षित रखी जाती हैं।

  • आरक्षित महिला कोच में केवल महिलाएं और 12 साल से कम उम्र के बच्चे ही यात्रा कर सकते हैं।

  • महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में अतिरिक्त पुलिस बल और CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं।

“महिलाओं और बच्चों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने Saksham Anganwadi Yojana जैसी योजनाएं भी शुरू की हैं, जिससे पोषण और सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके।”

अन्य विशेष कोटा

  • दिव्यांगजन (विकलांग यात्रियों) के लिए लोअर बर्थ कोटा आरक्षित रखा गया है।

  • भारतीय सेना के जवानों के लिए विशेष टिकट बुकिंग कोटा उपलब्ध रहता है।

  • ट्रेन में VIP कोटा और रेलवे स्टाफ कोटा भी मौजूद होता है, लेकिन यह आम यात्रियों के लिए उपलब्ध नहीं होता।

फ्रॉड प्रोटेक्शन और स्कैम से बचाव

ऑनलाइन टिकट बुकिंग के बढ़ते प्रचलन के कारण कई फर्जी वेबसाइटें और साइबर धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। रेलवे ने यात्रियों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ नए नियम और उपाय लागू किए हैं।

फेक बुकिंग वेबसाइट और एजेंटों से बचाव

  • IRCTC ने केवल अधिकृत एजेंटों को ही टिकट बुकिंग की अनुमति दी है।

  • किसी भी फेक वेबसाइट से टिकट बुक करने पर यात्रियों को नुकसान हो सकता है। बुकिंग हमेशा आधिकारिक IRCTC वेबसाइट (www.irctc.co.in) से ही करें।

  • यदि कोई एजेंट अतिरिक्त शुल्क लेता है, तो इसकी शिकायत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर की जा सकती है।

साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपाय

  • अज्ञात लिंक पर क्लिक करके टिकट बुकिंग से बचें।

  • हमेशा IRCTC की ऑफिशियल ऐप या वेबसाइट से ही भुगतान करें।

  • फर्जी कॉल्स या ईमेल से सावधान रहें जो आपको ट्रेन टिकट जीतने या सस्ते दामों में बुकिंग कराने का दावा करते हैं।

IRCTC की सुरक्षा प्रणाली

  • IRCTC ने अपनी वेबसाइट और ऐप पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अनिवार्य कर दिया है।

  • हर ऑनलाइन टिकट बुकिंग के समय OTP सत्यापन जरूरी होगा।

  • टिकट बुकिंग के दौरान यात्रियों के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को वेरीफाई किया जाएगा।

यात्री अगर इन नियमों का पालन करें तो वे किसी भी धोखाधड़ी से बच सकते हैं और सुरक्षित रूप से अपनी ट्रेन यात्रा बुक कर सकते हैं।

निष्कर्ष

IRCTC द्वारा किए गए इन नए बदलावों का उद्देश्य टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है। अब यात्री केवल 60 दिन पहले तक ही टिकट बुक कर सकते हैं, जिससे बुकिंग प्रक्रिया अधिक नियंत्रित हो गई है। वहीं, Tatkal टिकट के नियमों में बदलाव से धोखाधड़ी और एजेंटों द्वारा की जाने वाली अनियमितताओं को कम करने की कोशिश की गई है।

इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और विशेष श्रेणी के यात्रियों के लिए भी नए नियम लागू किए गए हैं, जिससे उन्हें यात्रा में अधिक सुविधा मिल सके। साइबर धोखाधड़ी और फेक वेबसाइट्स से बचाव के लिए रेलवे ने कड़े कदम उठाए हैं, जिससे ऑनलाइन टिकट बुकिंग अधिक सुरक्षित बनी है।

अगर आप नियमित रूप से ट्रेन से यात्रा करते हैं, तो नए नियमों को समझना और पालन करना जरूरी है। इससे न केवल आपको बेहतर अनुभव मिलेगा, बल्कि किसी भी परेशानी से बचने में भी मदद मिलेगी।

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Naina Balan

Naina Balan is a dedicated writer at Sevakendra, bringing 2 years of experience in covering government jobs, education updates, and official announcements. Her content focuses on analyzing new government schemes, breaking down their benefits and drawbacks, and explaining their real-world impact on the public.Naina’s strength lies in her meticulous approach to fact-checking, ensuring every detail in her articles is accurate and credible. Whether it’s presenting the statistics behind a scheme or explaining how it affects different sections of society, she strives to deliver content that is both informative and practical for readers. Writing in Hindi and Hinglish, Naina connects with a diverse audience, making complex topics easy to understand. Her passion for uncovering the truth and her commitment to quality research ensure that Sevakendra remains a trusted source for accurate, impactful news.

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