हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Instagram पर एक विज्ञापन वायरल हुआ, जिसमें भारत सरकार के Ministry of Labour & Employment के नाम से सरकारी नौकरियों के अवसर होने का दावा किया गया। इस विज्ञापन में आकर्षक वेतन, आसान आवेदन प्रक्रिया और बिना किसी परीक्षा के भर्ती की बात कही गई थी, जिससे कई लोगों ने इसे सच मान लिया।
लेकिन, PIB Fact Check ने इस दावे को पूरी तरह फर्जी करार दिया और जनता को ऐसे झूठे विज्ञापनों से सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत सरकार इस तरह के अनौपचारिक तरीकों से भर्तियाँ नहीं करती है।
यह फर्जी विज्ञापन क्या था?
यह वायरल विज्ञापन Ministry of Labour & Employment के नाम पर सरकारी नौकरी के अवसरों का दावा कर रहा था। इसमें कहा गया था कि उम्मीदवार बिना किसी परीक्षा या इंटरव्यू के सीधे नौकरी पा सकते हैं।
फर्जी विज्ञापन के झूठे दावे:
- ₹50,000 से ₹1,00,000 तक का आकर्षक वेतन।
- कोई परीक्षा या इंटरव्यू नहीं।
- आवेदन के लिए सिर्फ नाम, पता और आधार कार्ड की जरूरत।
- चयनित उम्मीदवारों को तुरंत नौकरी जॉइन करने का मौका मिलेगा।
यह विज्ञापन मुख्य रूप से Instagram और WhatsApp के माध्यम से वायरल हुआ। इसमें एक लिंक दिया गया था, जिस पर क्लिक करके उम्मीदवारों को आवेदन भरने के लिए कहा गया।
कैसे लोगों को गुमराह किया गया?
- सरकारी मंत्रालय का नाम और लोगो इस्तेमाल किया गया।
- त्वरित भर्ती प्रक्रिया का झूठा दावा किया गया।
- निजी जानकारी (आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स) मांगकर धोखाधड़ी की कोशिश की गई।
PIB Fact Check ने इस विज्ञापन की गहराई से जांच की और इसे पूरी तरह से फर्जी घोषित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि Ministry of Labour & Employment ने ऐसा कोई भी भर्ती अभियान जारी नहीं किया है।
An advertisement circulating on Instagram claims to offer employment opportunities under the @LabourMinistry#PIBFactCheck
❌This claim is #Fake
✅This advertisement is not associated with the Ministry of Labour and Employment
✅If you suspect any central government-related… pic.twitter.com/UdmZbYKSyr
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 1, 2025
PIB Fact Check की जांच और बयान
PIB Fact Check का मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर फैलने वाली गलत सूचनाओं को उजागर करना और जनता को सटीक जानकारी प्रदान करना है। इस मामले में भी, उन्होंने इस सरकारी नौकरी विज्ञापन की जांच की और इसे पूरी तरह से फर्जी करार दिया।
जांच में पाया गया कि यह विज्ञापन सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया था। न ही Ministry of Labour & Employment ने ऐसी किसी भर्ती प्रक्रिया की घोषणा की थी। PIB Fact Check ने अपनी आधिकारिक पोस्ट में यह स्पष्ट किया कि सरकार कभी भी इस तरह के अनौपचारिक माध्यमों से नौकरियों की जानकारी साझा नहीं करती।
सरकार ने जनता को आगाह किया कि वे ऐसे झूठे दावों के झांसे में न आएं और केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों से ही किसी नौकरी की जानकारी लें। इस मामले में, PIB Fact Check ने यह भी बताया कि इस तरह के फर्जी विज्ञापनों के जरिए लोगों को ठगने के लिए उनकी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक डिटेल्स मांगी जाती हैं, जिससे धोखाधड़ी हो सकती है।
सरकारी नौकरियों से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए PIB Fact Check, सरकारी मंत्रालयों की Website और Official सरकारी Job Portal को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई।
लोगों को ऐसी फर्जी नौकरियों से कैसे बचना चाहिए?
इस तरह के फर्जी विज्ञापनों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखना जरूरी है।
सबसे पहले, यह जानना आवश्यक है कि सरकारी भर्तियाँ केवल आधिकारिक पोर्टलों और विश्वसनीय समाचार माध्यमों के जरिए घोषित की जाती हैं। PIB Fact Check और अन्य सरकारी एजेंसियां बार-बार जनता को आगाह करती हैं कि वे किसी भी संदिग्ध नौकरी के विज्ञापन पर तुरंत भरोसा न करें।
फर्जी नौकरियों से बचने के लिए अपनाए जाने वाले कुछ प्रमुख उपाय:
- किसी भी सरकारी नौकरी की जानकारी के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइटों का ही उपयोग करें, जैसे National Career Service (NCS), UPSC, SSC, रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) आदि।
- किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट, व्हाट्सएप फॉरवर्ड या अनधिकृत वेबसाइट पर दी गई जानकारी को बिना जांचे-परखे साझा न करें।
- यदि कोई नौकरी आवेदन के दौरान पैसे जमा करने की मांग करता है, तो वह निश्चित रूप से फर्जी है। सरकारी भर्तियों में कभी भी पैसे की मांग नहीं की जाती।
सरकारी नौकरियों के अलावा, अन्य धोखाधड़ी जैसे TRAI मोबाइल टावर स्कैम भी प्रचलित हैं, जहाँ लोगों से टावर लगाने के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।
- सरकारी मंत्रालयों और PIB Fact Check के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल को फॉलो करें, ताकि किसी भी फर्जी खबर की पुष्टि की जा सके।
- अगर किसी व्यक्ति को संदेहास्पद नौकरी विज्ञापन मिलता है, तो उसे तुरंत PIB Fact Check या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें।
सरकार समय-समय पर फर्जी नौकरी घोटालों को रोकने के लिए कदम उठा रही है, लेकिन आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
जब यह फर्जी नौकरी विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने इसे सच मानकर साझा किया, जबकि कई अन्य ने इसे तुरंत पहचान लिया और इसके बारे में जागरूकता फैलाई।
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इस पर मजाकिया अंदाज में प्रतिक्रिया दी, जिसमें कुछ ने इसे पहले से ही संदिग्ध बताया, जबकि अन्य ने ऐसे स्कैम से बचने की सलाह दी। कुछ उपयोगकर्ताओं ने PIB Fact Check को टैग करते हुए इस पोस्ट की सत्यता जांचने की मांग की, जिसके बाद PIB ने इस पर स्पष्ट प्रतिक्रिया दी और इसे पूरी तरह फर्जी करार दिया।
ऐसे ही कई मामलों में सोशल मीडिया उपयोगकर्ता पहले भी IPPB पैन कार्ड अपडेट स्कैम जैसे फर्जीवाड़ों को उजागर कर चुके हैं, जहाँ बैंकिंग धोखाधड़ी के नाम पर लोगों से उनकी निजी जानकारी मांगी गई थी।
इस घटना से एक बार फिर साबित हुआ कि सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली किसी भी जानकारी को बिना पुष्टि किए स्वीकार नहीं करना चाहिए। लोग अब ऐसे फर्जी विज्ञापनों को लेकर अधिक सतर्क हो रहे हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी को उजागर करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
निष्कर्ष
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर हर दिन अनगिनत जानकारियाँ फैलती हैं, जिनमें से कई झूठी होती हैं। हाल ही में वायरल हुआ यह सरकारी नौकरी विज्ञापन भी इसी श्रेणी में आता है। PIB Fact Check ने स्पष्ट कर दिया कि यह दावा पूरी तरह फर्जी था और इसे किसी भी आधिकारिक सरकारी संस्था से मान्यता प्राप्त नहीं थी।
ऐसे मामलों में सबसे जरूरी यह है कि लोग बिना जांचे-परखे किसी भी पोस्ट पर भरोसा न करें। सरकारी नौकरियों से जुड़ी वास्तविक जानकारी के लिए केवल अधिकृत वेबसाइटों जैसे National Career Service (NCS), UPSC, SSC, रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) आदि पर ही जाएं। यदि किसी विज्ञापन में पैसे जमा करने या निजी जानकारी साझा करने की मांग की जाती है, तो उसे तुरंत संदेह की नजर से देखें।