हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया कि केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने भर्ती प्रक्रिया में नया सिस्टम लागू किया है। इस पत्र में एक तीन-स्तरीय परीक्षा प्रणाली की बात कही गई, जिसे शिक्षा मंत्रालय द्वारा मंजूरी मिलने का दावा किया गया। यह खबर कई लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई, खासकर उन उम्मीदवारों के लिए जो KVS में नौकरी पाने की तैयारी कर रहे थे।
हालांकि, PIB Fact Check ने इस पत्र को पूरी तरह से फर्जी बताया है और स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है। इस आर्टिकल में हम इस फर्जी खबर की सच्चाई, PIB द्वारा किए गए खुलासे और KVS भर्ती प्रक्रिया की वास्तविकता पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
KVS Recruitment से जुड़ी फर्जी खबर
कुछ दिनों पहले एक पत्र तेजी से वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि KVS ने भर्ती प्रक्रिया में एक नया सिस्टम लागू किया है। इस पत्र के अनुसार:
- भर्ती प्रक्रिया अब तीन चरणों में पूरी होगी।
- अभ्यर्थियों को पहले एक प्रारंभिक परीक्षा देनी होगी, फिर एक मुख्य परीक्षा और अंत में एक साक्षात्कार।
- इस प्रणाली को शिक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है।
यह पत्र KVS की आधिकारिक मुहर के साथ था, जिससे यह और अधिक विश्वसनीय लग रहा था। कई लोगों ने इस खबर को सही मानते हुए इसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया।
लेकिन जब इसे ध्यान से देखा गया, तो इसमें कई अनियमितताएँ पाई गईं।
- इसमें कोई आधिकारिक संदर्भ नंबर नहीं था।
- भाषा में कई त्रुटियाँ थीं, जो किसी सरकारी दस्तावेज़ में नहीं होनी चाहिए।
- KVS की Official Website पर इस प्रकार की कोई सूचना नहीं थी।
इससे पहले भी कई बार फर्जी सरकारी भर्तियों के नाम पर ऐसे जालसाजों ने लोगों को ठगा है। NBCFDM भर्ती घोटाला इसका एक बड़ा उदाहरण है, जिसमें नौकरी के नाम पर हजारों उम्मीदवारों को गुमराह किया गया था।
PIB का स्पष्टीकरण और आधिकारिक बयान
इस खबर के तेजी से फैलने के बाद PIB Fact Check ने इस दावे की जाँच की और ट्वीट के माध्यम से इसे पूरी तरह से फर्जी बताया। PIB ने स्पष्ट किया कि KVS भर्ती प्रक्रिया में कोई नया सिस्टम लागू नहीं किया गया है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पत्र पूरी तरह से भ्रामक है।
A letter doing the rounds on social media falsely claims that the Ministry of Education has approved a Three-tier examination system for recruitment in Kendriya Vidyalaya Sangathan (KVS) #PIBFactCheck
✔️Beware! This letter is #fake
✔️@KVS_HQ has NOT issued any such letter.… pic.twitter.com/S8Erch9pGG
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 27, 2025
PIB द्वारा किए गए फैक्ट चेक में कहा गया:
- यह पत्र पूरी तरह से नकली है और इसका कोई आधिकारिक आधार नहीं है।
- KVS या शिक्षा मंत्रालय ने ऐसा कोई नया सिस्टम लागू नहीं किया है।
- उम्मीदवारों को ऐसी भ्रामक जानकारियों से बचने और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लेने की सलाह दी गई।
PIB का यह खुलासा उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण था जो इस खबर को सच मान रहे थे और नए भर्ती सिस्टम के अनुसार तैयारी करने की योजना बना रहे थे।
KVS भर्ती प्रक्रिया की वास्तविकता

PIB ने यह स्पष्ट किया कि KVS भर्ती प्रणाली में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वर्तमान में KVS भर्ती की प्रक्रिया इस प्रकार होती है:
- आवेदन पत्र केवल KVS की Official Website पर उपलब्ध होते हैं।
- उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा देनी होती है।
- परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होती है।
- अंतिम चयन मेरिट और आरक्षण नियमों के आधार पर किया जाता है।
जो उम्मीदवार KVS में नौकरी पाने की योजना बना रहे हैं, उन्हें केवल KVS की Official Website पर उपलब्ध जानकारी पर भरोसा करना चाहिए।
ऐसे फर्जीवाड़े से बचने के तरीके
फर्जी खबरों और भ्रामक सूचनाओं से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- हमेशा सरकारी और आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें।
- PIB Fact Check जैसी सरकारी फैक्ट-चेकिंग सेवाओं की मदद लें।
- किसी भी वायरल जानकारी को बिना पुष्टि किए आगे साझा न करें।
- KVS या अन्य सरकारी संस्थाओं की Official Website पर जाकर अपडेट चेक करें।
सरकारी भर्ती के नाम पर किए जाने वाले घोटाले कोई नई बात नहीं हैं। इससे पहले भी श्रम मंत्रालय भर्ती घोटाले में कई बेरोजगार युवाओं को ठगा गया था। इसलिए, किसी भी नौकरी से जुड़ी जानकारी की पुष्टि केवल आधिकारिक स्रोतों से ही करें।
निष्कर्ष
PIB Fact Check द्वारा जारी इस चेतावनी से यह स्पष्ट होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली हर जानकारी पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से ऐसी किसी भी योजना की घोषणा नहीं की गई है, इसलिए उम्मीदवारों को केवल KVS की Official Website से ही अपडेट प्राप्त करनी चाहिए।
भविष्य में इस तरह की अफवाहों से बचने के लिए:
- Official सरकारी Websites से ही जानकारी लें।
- PIB Fact Check जैसे स्रोतों को फॉलो करें।
- बिना पुष्टि किए किसी भी खबर को न फैलाएँ।
अगर आपको इस विषय से जुड़ी और जानकारी चाहिए या आपके पास कोई सवाल है, तो कृपया कमेंट सेक्शन में अपने विचार साझा करें।
Disclaimer: यह जानकारी केवल सामान्य संदर्भ के लिए प्रदान की गई है। किसी भी आधिकारिक निर्णय, प्रक्रिया या प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए कृपया संबंधित सरकारी Website पर जाएं।