April 2, 2025

Navratri Upay: लाल किताब के अनुसार 9 दिन के 9 उपाय, मिलेगा मां का विशेष आशीर्वाद

नवरात्रि के दौरान किए गए विशेष उपाय जीवन की कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। लाल किताब में ऐसे कई सरल और प्रभावशाली टोटके बताए गए हैं, जो इन नौ दिनों में करने से शुभ फल देते हैं। अगर करियर में सफलता, संतान सुख, कर्ज से मुक्ति या आर्थिक समृद्धि चाहते हैं, तो यह उपाय लाभकारी हो सकते हैं।

पहला दिन – नौकरी और करियर में सफलता

  • स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाएं और इसके बाद देवी दुर्गा का ध्यान करें।

  • लाल फूल मां को अर्पित करें और एकाग्रता से ‘ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः’ मंत्र का जाप करें।

  • दिन के अंत में चावल और दूध किसी जरूरतमंद को दान करें, इससे करियर में स्थिरता आती है।

दूसरा दिन – संतान सुख

  • पीले वस्त्र पहनकर केले के पेड़ की पूजा करें और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखें।

  • चांदी के पात्र में गंगाजल भरकर घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।

  • ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें और किसी बच्चे को मिठाई खिलाएं।

तीसरा दिन – कर्ज मुक्ति और धन वृद्धि

  • घर के उत्तर-पूर्व कोने में सुबह और शाम कपूर जलाएं।

  • पान के पत्ते पर केसर लगाकर देवी को अर्पित करें, इससे धन आगमन के रास्ते खुलते हैं।

  • ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जाप करें और गरीबों को आटा दान करें।

इन उपायों को नवरात्रि के दौरान पूरे विश्वास और श्रद्धा से करें। इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।

चौथा दिन – व्यापार और आर्थिक वृद्धि

navratri upay lal kitab
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  • गुड़ और तिल का दान करें, यह व्यापार में बाधाएं दूर करने में सहायक होता है।

  • कार्यस्थल पर देवी लक्ष्मी की तस्वीर स्थापित करें और प्रतिदिन कमल का फूल अर्पित करें।

  • ‘ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं कूष्माण्डायै नमः’ मंत्र का जाप करें, इससे व्यापार में तेजी आती है।

पांचवा दिन – पारिवारिक सुख और शांति

  • घर के मुख्य द्वार पर हल्दी और गंगाजल का छिड़काव करें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

  • तुलसी के पौधे की नियमित रूप से पूजा करें और परिवार के सभी सदस्य जल अर्पित करें।

  • ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें, यह पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाता है।

नवरात्रि के इन उपायों को अपनाने से व्यापार में वृद्धि और पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

छठा दिन – शादी और वैवाहिक जीवन की समस्याएं

  • कन्याओं को भोजन कराएं और जरूरतमंदों को सफेद वस्त्र दान करें।

  • देवी कात्यायनी की पूजा करें और गुलाब का फूल अर्पित करें।

  • ‘ॐ कात्यायनायै नमः’ मंत्र का जाप करें, यह विवाह में आने वाली रुकावटों को दूर करने में मदद करता है।

सातवां दिन – बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव

  • घर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और मुख्य दरवाजे के पास रखें।

  • फिटकरी का टुकड़ा घर के मुख्य द्वार पर रखें, इससे बुरी नजर का असर कम होता है।

  • ‘ॐ कालरात्र्यै नमः’ मंत्र का जाप करें और परिवार के सभी सदस्यों पर हल्दी का तिलक लगाएं।

आठवां दिन – धन-लाभ और समृद्धि

  • चांदी का सिक्का देवी लक्ष्मी के चरणों में रखें और फिर तिजोरी में स्थापित करें।

  • देवी लक्ष्मी को सफेद वस्त्र और खीर का भोग अर्पित करें।

  • ‘ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्’ मंत्र का जाप करें, यह आर्थिक समृद्धि लाने में सहायक होता है।

इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।

नौवां दिन – सर्वसिद्धि प्राप्ति और सफलता

  • नवरात्रि के अंतिम दिन कन्याओं को भोजन कराएं और वस्त्र तथा दक्षिणा दें।

  • पंचामृत से देवी सिद्धिदात्री का अभिषेक करें और मंदिर में दूध का दान करें।

  • ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्यै नमः’ मंत्र का जाप करें, यह सभी मनोकामनाओं की पूर्ति में सहायक होता है।

निष्कर्ष

लाल किताब में बताए गए ये उपाय नवरात्रि के दौरान करने से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की समस्याएं धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं। धन-लाभ, नौकरी, पारिवारिक सुख, विवाह और समृद्धि के लिए ये सरल और प्रभावी टोटके माने जाते हैं।

अगर आप भी नवरात्रि में इन उपायों को आजमा रहे हैं या पहले कर चुके हैं, तो अपना अनुभव कमेंट में जरूर साझा करें।

Disclaimer: यह लेख धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी केवल सामान्य संदर्भ के लिए है और इसे किसी पेशेवर ज्योतिषीय या चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। उपायों के प्रभाव व्यक्ति-व्यक्ति पर निर्भर कर सकते हैं। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।

Meera Bhargava

Meera Bhargava is a spiritually inclined writer at Sevakendra, bringing over 5 years of experience in exploring India’s cultural, devotional, and traditional roots. Her expertise lies in decoding scriptures, festivals, and spiritual practices into meaningful, accessible content that resonates with readers of all backgrounds. At Sevakendra, Meera specializes in writing about Sanatan Dharma, the Ramayana, Bhagavad Gita, Vedic principles, and Indian temple traditions, offering readers both wisdom and context for their daily lives. Meera’s writing style blends clarity with devotion, helping readers connect with age-old values in a modern world. Whether she’s covering the significance of a festival, explaining the power of a mantra, or exploring the philosophy behind rituals, Meera ensures her content is both informative and emotionally enriching. She writes in Hindi and Hinglish to reach a wider audience while maintaining authenticity and reverence. Her passion for spiritual literature, combined with her commitment to research, ensures that Sevakendra remains a trusted space for accurate and meaningful spiritual content.

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